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Court marriage in India Rules, Process, Fees - Court marriage kaise kare

 आप कई विवाह ( marriage ) में गए होंगे , और आपने विवाह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों मे भाग भी लिया होगा, परंतु क्या आप जानते है, कोर्ट marriage kaise hoti hai, व Court marriage के India में क्या Rules, Process, Fees है साथ ही कोर्ट मैरेज kaise kare चलिए जानते है कोर्ट मैरेज के बारे में :-

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    Court marriage क्या है ?

    कोर्ट मैरेज एक विधिक विवाह है, जो कानून के नियमों और प्रक्रिया के अनुसार किया जाता है, समान्यतः परंपरागत विवाहों मे विभिन्न पारंपरिक आयोजन किए जाते हैं जैसे ढ़ोल, रथ, बारात ले जाना, हल्दी रस्म, सगाई, पंडित जी द्वारा विवाह कराया जाना आदि, परंतु 

    Court marriage का process सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भिन्न होता है, Court marriage हिंदू धर्म के व्यक्तियों की स्थिति में हिंदू विवाह अधिनियम 1955 के नियमों के अनुसार होती है, अन्य धर्मों के व्यक्तियों के लिए Special marriage Act 1954 के नियमों के अनुसार होती है।


    Court marriage के लिए शर्त क्या है ?

    1. पुरुष या स्त्री किसी का भी पति या पत्नी जीवित न हो

    2. विवाह के समय वर ने इक्कीस वर्ष कन्या ने अठारह वर्ष की आयु प्राप्त कर ली हो

    3. वर व कन्या दोनों ही मानसिक रूप से स्वस्थ हों

    4. प्रतिषिद्ध नातेदार की डिग्रियों के भीतर न हों आदि 

    हिन्दू विवाह अधिनियम का धारा 5 पढ़ें


    Documents for court marriage - कोर्ट मैरेज के लिए दस्तावेज़ ?

    1. भरा हुआ आवेदन

    2. पहचान के लिए - पहचान पत्र, आधार कार्ड

    आयु के लिए - 10th marksheet

    3. चार पासपोर्ट साइज फोटो

    4. निवास प्रमाण पत्र यदि हो तो

    5. तलाक़शुदा के मामले में तलाक के कागजात

    6. विधवा या विधुर की स्थिति मे मृत्यु प्रमाण पत्र

    7. दो गवाह उनकी दो पासपोर्ट साइज फोटो व पहचान के लिए पहचान पत्र या आधार कार्ड


    Benefits of court marriage - कोर्ट मैरेज के फायदे क्या है ?

    1. कोर्ट मैरेज का दस्तावेज़ एक विधिक दस्तावेज़ के रूप मे कार्य करता है जिसका उपयोग आप सरकारी व गैर सरकारी संस्थानो में कर सकते है
    2. कोर्ट मैरेज सांस्कृतिक विवाह की तुलना मे कम खर्च, सस्ता व सुलभ होता है
    3. विवाह उपरांत विवादों में court marriage document वैध विवाह के दस्तावेज़ के रूप में न्यायालयों दोवारा ग्रहणीय है


    Court marriage process - कोर्ट मैरेज की प्रक्रिया क्या है ?

    1. Court marriage करने के लिए आपको चाहिए की एक अच्छे अधिवक्ता ( वकील) से संपर्क करे
    2. आर्य समाज मंदिर में विवाह कर सर्टिफिकेट प्राप्त करें व साथ ही फोटो खिचवाएँ
    3. मैरेज Registration के लिए आवेदन तैयार करें
    4। विवाह का आर्य समाज मंदिर का सर्टिफिकेट लगाएँ व साथ ही पहचान, आयु, का सर्टिफिकेट लगाएँ
    5. दो गवाहों को व उनके पहचान के दस्तावेज़ लगाएँ
    6. जिला विवाह अधिकारी को आवेदन दें
    7. रजिस्ट्रेशन फीस जमा करें

    मैं आशा करता हूँ की उपरोक्त प्रदान की गई जानकारी आपके लिए लाभप्रद होगी


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